कुत्ते की आत्मकथा निबंध हिंदी में - Kutte ki atmakatha essay in hindi
एक कुत्ता जो बहुत वफादार और समझदार होता है अगर वह अपनी आत्मकथा बयान करेगा तो कैसे करेगा यही इस काल्पनिक निबंध कुत्ते की आत्मकथा के द्वारा बताया गया है।
मैं इस पृथ्वी के अनेक जानवरो में से एक हूं लेकिन औरो से काफी भिन्न क्योंकि जो भगवान से शक्ति मुझे मिली है वह औरो को नहीं। मैं अपनी सूंघने की शक्ति से कोई भी वस्तु चुटकी में ढूंढ सकता हूं लेकिन मैं ये शक्तियां सिर्फ अपने मालिक के लिए उपयोग करता हूं।
![]() |
Kutte ki Atmakatha in Hindi |
इसी वजह से लोग कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी और सजगता आदि शब्द उपयोग करके मेरी मिशाल देते हैं। इन्ही मिशाल की वजह से मैं धरती का सबसे ज्यादा जिम्मेदार जानवर हूँ।
Read also: Nadi ki atmakatha in hindi
मैं एक ऐसा जानवर जिस पर मेरा मालिक आँख बंद करके भरोसा करता है। कई बार अपने जीवन भर की कमाई अपने खून के रिश्ते वाले व्यक्ति को न देकर मेरे भरोशे छोड़ जाते हैं उस भरोसे का मैं सम्मान करता हूँ और अपनी जान से ज्यादा अपने मालिक के भरोसे की लाज रखता हूँ। कई आते है मुझे कुछ खिला कर प्रसन्न करने वाले लेकिन मैं अपने मालिक की हर आज्ञा का पालन बिना किसी लोभ लालच के पूरा करता हूँ। मेरे मालिक गरीब व्यक्ति भी होता है और अमीर व्यक्ति भी । सभी के प्रति वफादार हूँ।
Read also: Ped ki atmakatha in hindi
हिन्दू धर्म में मुझे भैरव की सवारी के रूप में जाना जाता है। जब भी मालिक घर छोड़कर जाता है उस वक़्त हर पल मेरे कान हर आहत को सुनते है। मेरे होने की वजह से चोर डर जाते हैं और कभी भी चोरी नहीं कर पाते हैं।