-->

हाथी पर निबंध - Hathi par nibandh

हाथी जमीन पर रहने वाले सबसे बड़े जीवों में से एक है। इनका मुख्य अंग इनकी सूंड है जो इन्हें बहुत से कामो में मदद करती है। हाथी की सूंड में 150,000 से ज्यादा मांसपेशियां होती है  जो इन्हे खाने में मदद के साथ लड़ने के लिए भी कारगर साबित होती है। हाथी अपनी सूंड में 8-9 लीटर तक पानी भरने की क्षमता रखता है और अपनी सूंड से 350 किलोग्राम तक का वजन भी उठा सकता है।

Essay on Elephant in Hindi
Essay on Elephant in Hindi

दुनिया भर में हाथियों को दो भागों में बांटा गया है जिसमें पहला है एशियन हाथी और दूसरा है अफ्रीकन हाथी अफ्रीकन हाथी की तुलना एशियन हाथी से की जाए तो अफ्रीकन हाथी लंबाई और वजन में एशियन हाथी से बड़ा होता है और अफ्रीकन हाथी की सूंड भी एशियन हाथी से बड़ी होती है। अफ्रीकन हाथी की लंबाई 13 फीट तक हो सकती है जबकि एशियन हाथी की लंबाई सिर्फ 10 फीट होती है। वहीं अगर इन दोनों के वजन की तुलना की जाए तो अफ्रीकन हाथी का वजन लगभग 6000 किलोग्राम होता है जबकि एशियन हाथी का वजन 5400 किलोग्राम होता है।



Read also: Kutte par nibandh

हाथी बहुत ही सामाजिक प्राणी होते हैं जो झुंड में रहना ही पसंद करते हैं। झुंड का नेतृत्व हमेशा मादा हाथी करती है और वह पूरे झुंड को एकत्रित भी करके रखती है। यही कारण है कि हाथी कभी आपस में नहीं लड़ते हैं और झुंड के किसी भी हाथी के मरने पर पूरा झुंड अलग-अलग तरह की गर्जना शुरु कर देता है जो शोक प्रकट करने का तरीका होता है। मादा हाथी हर चार साल में बच्चे को जन्म देती है और मादा हाथी का गर्वकाल लगभग 22 महीने का होता है जिनमे सिर्फ 1% बच्चे ही जुड़वा पैदा होते हैं। जब हाथी का बच्चा पैदा होता है तब उसकी लंबाई 83 सेंटीमीटर होती है। वहीं अगर वजन की बात की जाए तो एक पैदा हुए बच्चे का वजन 110 किलोग्राम तक का होता है।



हाथी को साफ रहना बहुत पसंद होता है इसलिए हाथी रोज नाहते हैं। हाथी की त्वचा 1 इंच तक मोटी होती है मगर बहुत ज्यादा संवेदशील भी होती है इसलिए हाथी मिट्टी में लोत्ता दिखाई देता है और अपने शरीर पर मिट्टी भी फेंकता दिखाई पड़ता है ताकि वह अपनी त्वचा को सूरज से निकलने वाली पराबैंगनी किरणों से बचा सके। 


Read also: Essay on titli in hindi

हाथी का उपयोग आजकल मुख्यत समान ढोने और सर्कस में करतब दिखाने के लिए किया जाता है। मगर पहले इनका उपयोग राजा महारजाओं द्वारा युद्ध लड़ने के लिए भी किया जाता था। हाथी युद्ध में काफी मददगार साबित होते थे क्यूंकि एक तो यह बहुत विशालकाय जीव होते हैं और दूसरा इनकी त्वचा 1 इंच तक मोटी होती थी जिसके कारण इन्हें घायल कर पाना इतना आसान नहीं होता था। हाथियों को युद्ध में लड़ने का प्रशिक्षण बचपन से ही दिया जाता था जिससे यह बाद में एक प्रशिक्षित सिपाही की तरह बन जाते थे और युद्ध में अपना पूरा योगदान देते थे।

Parts of Elephant in Hindi

  • Ears (कान)
  • Eyes (आंखें)
  • Legs (पैर)
  • Tail (पूंछ)
  • Trunk (सूंड)
  • Tusks (दांत)


Food of Elephant in hindi

अगर हम हाथी के खाने की बात करे तो हाथी शाकाहारी होता है। हाथी खाने में घास, पेड़ की पत्तियां और टहनियां और उनमें लगे फल खाते हैं। हाथी लगभग एक दिन में 16 घंटे खाना खाने में बीता देता है जिसमें वह 120 किलोग्राम तक का खाना खा लेता है और उसमें से सिर्फ 35% ही पचा पता है। 

Read also: Essay on lion in hindi

10 lines on Elephant in hindi

  1. हाथी जमीन पर रहने वाले जीवों में सबसे बड़ा जीव है।
  2. यह मुख्यत सलेटी रंग में पाया जाता है।
  3. इनकी एक सूंड होती है जो इन्हें खाने में मदद के साथ लड़ने में भी मदद करती है।
  4. हाथी अपने शरीर की गर्मी को अपने कानो से बाहर निकलते हैं। 
  5. अगर हाथी की आयु की बात की जाए तो एक हाथी औसतन 70 वर्ष जीता है।
  6. हाथी ज्यादा से ज्यादा सिर्फ 4 घंटे तक ही सोते हैं और हाथियों की खासियत होती है कि वह खड़े होकर सोते हैं।
  7. हाथी की आंखों की बात करें तो इन्हे दिन में कम एवं रात में ज्यादा अच्छे से दिखाई देता है।
  8. हाथियों की गति लगभग 6 किलोमीटर/प्रति घंटा होती है और ये एक दिन में सिर्फ 10-20 किलोमीटर तक का सफर ही तय करते हैं।
  9. हाथी जमीन पर रहने वाले जीवों में अकेला जीव है जो कूद नहीं सकता है और जिसके 4 घुटने होते हैं।
  10. हाथी की तवाचा बहुत संवेदनशील होती है इसलिए हाथी अपनी त्वचा को सूर्य से निकलने वाली पराबैंगनी किरणों से बचाने के लिए मिट्टी में लोत्ता रहता है।

हाथी एक अमूल्य जीव है जो काफी बुद्धिमान  होता है मगर यह शिकारियों द्वारा शिकार करे जाने के कारण लुप्त होते जा रहे हैं। शिकारी इनका शिकार ज्यादातर इनके दांतो के लिए करते हैं क्योंकि हाथी के दांत बहुत ज्यादा कीमती होते हैं। इनके लुप्त होने का दूसरा कारण इंसानों द्वारा जंगल में अतिक्रमण करना भी है। अगर शिकारियों द्वारा इनके शिकार और जंगलों में इंसानों के अतिक्रमण को नहीं रोका गया तो हाथी बहुत जल्द विलुप्त हो जाएंगे।